लाला जी ने अपने वफादार नौकर को कड़क आवाज़ लगाई - अरे निकम्मे रामो कहाँ है तू ? आकर ए.सी. तो ऑन कर.....'' रामो नंगें पैर लाला जी के तपते मार्बल के फर्श वाले आँगन को पार कर कमरे में घुसा और ए.सी. चला दिया। लाला जी राहत की साँस लेते हुए बोले- ' अबे हरामज़ादे तुझे गर्मी नहीं लगती तो क्या हमें भी गर्मी में मरवाएगा !!!
'क्या तुम हिन्दू वादी पार्टी को वोट नहीं कर रहे हो ? एक मित्र ने दूसरे से पूछा | दूसरा मित्र मुस्कुराता हुआ बोला -'' नहीं , मुझे लगता है कि इस पार्टी ने देश में हिंदुत्व की उदारता को कट्टरता में परिणत कर दिया है ? पहला मित्र फुंकारता हुआ बोला - '' जा --जाकर इस्लाम ग्रहण कर ले ---तू सच्चा हिन्दू नहीं है !!! -डॉ शिखा कौशिक 'नूतन'
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