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गर्मी की शुरूआत - अतिलघु हिन्दी कथा

लाला जी ने अपने वफादार नौकर को कड़क आवाज़ लगाई - अरे   निकम्मे रामो कहाँ है तू ? आकर ए.सी. तो ऑन कर.....'' रामो नंगें पैर लाला जी के तपते मार्बल के फर्श वाले आँगन को पार कर कमरे में घुसा और ए.सी. चला  दिया। लाला जी राहत की साँस लेते  हुए  बोले- ' अबे हरामज़ादे  तुझे गर्मी नहीं लगती तो  क्या हमें भी गर्मी में मरवाएगा !!!

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