लाला जी ने अपने वफादार नौकर को कड़क आवाज़ लगाई - अरे निकम्मे रामो कहाँ है तू ? आकर ए.सी. तो ऑन कर.....'' रामो नंगें पैर लाला जी के तपते मार्बल के फर्श वाले आँगन को पार कर कमरे में घुसा और ए.सी. चला दिया। लाला जी राहत की साँस लेते हुए बोले- ' अबे हरामज़ादे तुझे गर्मी नहीं लगती तो क्या हमें भी गर्मी में मरवाएगा !!!
जिंदगी का नशा - अतिलघु हिन्दी कथा शराबी ड्राइवर की गाड़ी का छोटा सा एक्सीडेंट हो गया जिसमें उसके पैर में चोट आई. एक एम्बुलेंस में ज्यूं ही उसे बैठाकर उसके चेले सरकारी अस्पताल ले जाने लगे, वो नशेड़ी स्वर में चिल्लाया - गधों देख लेना एम्बुलेंस के ड्राइवर ने कहीं पी ना रक्खी हो... मरवा न दियो मुझे !!! '-डॉ शिखा कौशिक नूतन
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