ईमान- अतिलघु हिंदी कथा
अखबार एक ओर रखते हुए सुरेश ने सोचा -'क्या हो गया देश में सब के सब नेता बेईमान हो गए हैं '' तभी उसका मोबाईल बज उठा दूसरी ओर से कही गयी बात का जवाब देता हुआ वो बोला- 'मैं कुछ नहीं जानता जो ले दे कर राड़ा निपटता है निपटा दे ''
अखबार एक ओर रखते हुए सुरेश ने सोचा -'क्या हो गया देश में सब के सब नेता बेईमान हो गए हैं '' तभी उसका मोबाईल बज उठा दूसरी ओर से कही गयी बात का जवाब देता हुआ वो बोला- 'मैं कुछ नहीं जानता जो ले दे कर राड़ा निपटता है निपटा दे ''
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