काली सोच - अतिलघु हिन्दी कथा स्कूल टीचर बच्चों को स्कूल के वार्षिकोत्सव हेतु नृत्य की तैयारी करा रही थी. मीनू सबसे अच्छा नृत्य कर रही थी किंतु उसे दूसरी पंक्ति में स्थान दिया गया क्योंकि उसकी देह का वर्ण काला था. - डॉ शिखा कौशिक नूतन
मीडिया हाउस तेरह वर्षीय वाणी ने पिता जी को किसी बहस के मुद्दे पर खरी-खोटी सुनाते पड़ोसियों के सामने मौन खड़े देखकर उन पर चीखते हुए कहा - '' अन्य किसी के अपमान पर तो आप आसमान सिर पर उठा लेते और खुद के अपमान पर चुप हैं। आप इंसान हैं या मीडिया हाउस ?